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Mohammad Zubair Khan
President
सन्देश
मुस्लिम समुदाय जो की प्रदेश में 20 % से ज़्यादा हैं के अधिकतर लोग किसी न किसी व्यापार में हैं। सरकारी नौकरी में उनकी भागीदारी न के बराबर हैं कई व्यापारिक संगठन इस समय उ0 प्र0 में हैं जो अपनी मुहिम व्यापारियों के नाम पर चला रहे हैं। वह धरना प्रदर्शन करके सरकार पर दबाव बना कर अपना हित साध लेते हैं। लेकिन व्यापारियों के लिए निः स्वार्थ सेवा भाव किसी में नही हैं हर संगठन का पदाधिकारी सरकार में कोई न कोई पद एवं सम्मान पा लेने के लिए लगा हुआ हैं। व्यापारियों के नाम हल्ला करके यह संगठन अपनी महत्वाकांक्षाओ को पूरा भी कर रहे हैं। लेकिन कोई भी संगठन ईमानदारी से व्यापारियों के हित में काम करने के लिए समर्पित नही हैं। मैं स्वयं एक व्यापारी हूँ और तमाम सरकारी समस्याओं से प्रताड़ित हुआ हर जगह बेइमानी घूस का बोल बाला हैं। जिससे ईमानदार व्यापारी का सफल हो पाना मुश्किल हो जाता हैं। इन समस्याओं को देखते हुए ही मैंने मुस्लिम व्यापारी कल्याण समिति नाम का रजिस्टर्ड संगठन बनाया जिसमें व्यापारियों की समस्याओं को समझने उसके निवारण और उन्हे समाज के हित के लिए ईमानदारी से व्यापार करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा हैं। हर ज़िले में संगठन की कमेटी हैं जिसमें ज़िला अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव, सचिव, कोषाध्यक्ष, एवं सदस्य हैं। व्यापारी प्रदेश के विकास की रीढ़ की हड्डी हैं अतः उन्हे संगंठित करके ही विकास को आगे बढ़ाया जा सकता हैं विकासशील देश के निर्माण में उनके योगदान को नकारा नही जा सकता ।
मुस्लिम व्यापारी कल्याण समिति व्यापारी समस्याओं को दूर करने उन्हें सुझाव देने एवं जागरूक करने के लिए सदैव तत्पर हैं।
व्यापारियों के लिए व्यापार आयोग का गठन जिसमें 11 सदस्यों की कमेटी हों। आयोग व्यापारियों की समस्याआंे को निपटाने के लिए सरकार और व्यापारियों के बीच एक महत्वपूर्ण निभायेगा।
व्यापारी समाज का बहुसंख्यक हिस्सा हैं। अतः व्यापारियों के सम्मान के व्यवस्था ज़रूरी हैं।
व्यापारियों के लिए एक व्यापारी आपदा कोष की स्थापना करना जिससे व्यापारियों के ऊपर आईं किसी भी आपदा पर व्यापारियों को तुरंत राहत पहुचाईं जा सके।
व्यापारियों के व्यापार में असफल होने और व्यापार बंद हो जाने के बाद भी व्यापार कर द्वारा रजिस्टेªशन के आधार पर प्रताड़ित न करने की व्यवस्था करना।
व्यापारियों के व्यापार में असफल होने पर बैंको द्वारा बीमे की राशि द्वारा ही नुकसान की भरपाई करना व्यापारियों को सहायता राषि उपलब्ध कराना बैंको द्वारा उनकी प्रापर्टी वगैरह नीलाम न करना।
प्राइवेट बैंको एवं साहूकारो के अनाप शनाप ब्याज को रोकना जिससे व्यापारियों को ब्याज के नाम पर प्रताड़ित करने वालो पर कानूनी शिकंजा कसा जा सके और व्यापारियों के उत्पीड़न को रोका जा सके व्यापारियों के लिए बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करना जिससे उनके व्यापार एवं उत्पादन में बाधा न पहुँचे।
व्यापारियों के बिजली के बिल के मीटर पर किराया बिल पर एरियर को खत्म करना। प्रत्येक मार्केट में जनरेटर की व्यवस्था करना। प्रत्येक मार्केट में सफाई की उचित व्यवस्था करना ।
छोटे व्यापारियों के लिए व्यापक योजना लागू करना। छोटे व्यापारी, फुटपाथ पर दुकान लगाने वालो एवं फेरी लगाकर व्यापार करने वालों को रजिस्टर्ड करके कालोनियों में मारकेट बनवाकर उन्हें स्थापित करना जिससे पुलिस एवं नगर निगम की वसूली को रोका जा सके । सप्ताहिक बाज़ार को उजाड़ने के बजाय आस पास के पार्क एवं खाली स्थानों में स्थान्तरित करके व्यापारियों को सहयोग करना। ट्रैफिक व्यवस्था एवं जाम से छुटकारा पाने के लिए बाज़ारो के आस पास समुचित पार्किंग की व्यवस्था करना। बज़ारो के अंदर गाड़ी के आवा गमन पर रोक लगाकर जाम से छुटकारा दिलाना। बिजली के खंबो को हटाकर तारो आदि को अंडर ग्राऊँड करना। बाजारों में पुरुषो एवं महिलाओं के लिए पेशाब घर एवं शौचालय की व्यवस्था करना तथा व्यापारिक जगहों पर सी.सी. टी.वी. कैमरे लगा कर आस पास की जगहों पर सुरक्षा चौकियों की स्थापना करना।शहर में हर एक किलो मीटर पर ऐसे साइन बोर्ड की व्यवस्था करना जिस पर सम्बंधित चौकी, फायर बिग्रेड, एम्बुलेंस, विधायक, एवं व्यापार कमेटी का नंबर लिखा हो। जिससे आकस्मिक सेवा के लिए तुरंत संपर्क किया जा सके। व्यापारियों के लिए बिना ब्याज के बैंको की व्यवस्था करना। देश में इस्लामी बैंको की स्थापना के लिए प्रयास करना जिससे बिना ब्याज की व्यवस्था लागू हो सके तथा व्यापारी को अपने व्यापार के लिए सहयोग मिले व्यापारियों को जमा खोरी से रोकना एवं कम मुनाफे पर ज़्यादा काम करने के लिए प्रोत्साहित करना जिससे समाज के सभी लोगो को फायदा मिल सके और महंगाई पर भी काबू पाया जा सके। साप्ताहिक बन्दी के लिए मुस्लिम व्यापारियों को जुमें के दिन बंद के लिए छूट दी जाए बाकी दिन दूकान खोलने की अनुमति होनी चाहिए जिससे वह अपनी धार्मिक आस्थाओं को अच्छी तरह से पूरी कर सके। जुमें का दिन छोटी ईद के बराबर हैं। जुमें की नमाज़ सभी मुसलमानों के लिए फर्ज़ हैं। धार्मिक आस्थाएं इंसान को ईमानदार, दयालु, एवं सामाजिक बनाती हैं। जिससे देष का नैतिक विकास होता हैं। मुस्लिम व्यापारी कल्याण समिति द्वारा व्यापारी भाइयों के लिए लखनऊ में एक 500 सीट का ऑडिटोरियम का निर्माण किया जाएगा। जहाँ पर समय समय पर व्यवसाय को सफलता के साथ चलाने के लिए एक्सपर्ट लोगो के देख रेख में सेमिनार एवं ट्रेनिंग वगैरह की व्यवस्था की जाएगी जिससे व्यापारी भाई अपने व्यवसाय की बारीकियों को समझते ंहुए फायदा उठा सकें इसी कैंपस एक मस्जिद तथा एक गेस्ट हाऊस का निर्माण भी किया जाएगा जिससे बाहर से आए व्यापारियों को रूकने में कोई परेशानी न हो। अल्लाह तआला ने नमाज़ को फर्ज़ किया हैं इस लिए कामयाबी के लिए नमाज़ की पाबंदी ज़रूरी हैं। मुस्लिम भाइयों से अपील हैं कि आपस में भाईचारे को कायम रखे। अपने व्यापार को ईमानदारी से करें। चोर बाज़ारी, जमाखोरी, झूठ एवं धोखाबाज़ी करने से बचे।
- मोहम्मद ज़ुबैर खान
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